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Choti bahan rachna ki jabardast chudai

2:32 AM Story Teller 0 Comments

हैल्लो दोस्तों,स्तों मेरा नाम पुष्कर है और में Hindi Sex Stories पर बहुत दिनों से सेक्सी कहानियाँ पड़ रहा हूँ और मुझे ये कहानियाँ पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। मैंने मैं एक दिन सोचा कि क्यों ना में भी अपना सेक्स अनुभव आप सभी लोगो के साथ शेयर करूं? दोस्तों यह मेरी पहली कहानी है। में कोशिश करूँगा कि मेरी इस कहानी को पूरी विस्तार से बता सकूं। दोस्तों में एक अच्छी फेमेली से हूँ और मेरी लम्बाई 5.9 इंच है और मेरी उम्र 25 साल है। में बिल्कुल गोरे रंग का व दिखने में सुन्दर लड़का हूँ। मेरा लंड 9 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है। मेरी फेमिली में मेरे पापा-मम्मी और एक छोटी बहिन है। अब में आपको अपनी छोटी बहिन के बारें में बताता हूँ। मेरी छोटी बहिन का नाम रचना है। वो 22 साल की है और 12th क्लास में पढ़ रही है। वो पढ़ाई में बहुत अच्छी और एकदम शरीफ़ लड़की है। रचना की लम्बाई 5.3 इंच है। उसका रंग गोरा और आँखे हिरन जैसी लगती है और उसके फिगर का साईज 26-22-30 है। दोस्तों रचना दिखने में इतनी सुंदर लगती है कि उसे एक बार देखकर किसी भी बूढ़े का लंड खड़ा होकर, उसे एक बार चोदने को तैयार हो जायेगा और गली के सारे लड़कों का उसे चोदने का सपना है।

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तो में भी उस समय अपनी छोटी बहिन का आशिक़ था और एक बार उसे चोदना चाहता था , लेकिन ऐसा भी नहीं था कि में रचना के बारे में शुरू से ही यह सब सोचता था। मेरे दिल में रचना के बारे में कोई ग़लत भावनाएं नहीं थी, लेकिन मेरा मन सेक्स करने के लिए बहुत मचलता था। अब रचना मुझे मेरी छोटी बहिन नहीं बल्कि एक हसीन परी लगने लगी थी और अब मुझे उसकी जवानी उसके बदन पर साफ साफ नज़र आने लगी थी और स्कूल ड्रेस में तो वो बहुत ही सेक्सी लगती थी। मेरा मन करता था कि उसके बूब्स का सारा रस पी जाऊँ।

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दोस्तों रचना अधिकतर घर पर फिटिंग की जिन्स, टॉप और सलवार-सूट पहनती थी और उसका सेक्सी गदराया बदन देखकर में लगभग रोज ही मुठ मारता था और उसे चोदने के बारे में सोचता रहता था। एक दिन मुझे वो मौका मिल ही गया, जब मेरी मम्मी को ऑफिस के

किसी काम से 5 दिनों के लिए आउट ऑफ़ स्टेशन जाना पड़ा और पापा भी उस समय आउट ऑफ़ स्टेशन थे। उस समय रचना के पेपर चल रहे थे। मम्मी सुबह 9:30 बजे घर से निकल गई। अब घर में रचना और में दोनों अकेले थे। उस दिन रचना ने सफेद रंग की शर्ट और

जिन्स पहनी थी, जिसमे उसके बूब्स बहुत ही सेक्सी लग रहे थे। हम दोनों नाश्ता करके एक साथ पढाई करने बैठ गए, लेकिन मेरा ध्यान तो रचना के बूब्स पर था और आज मेरे पास रचना को चोदने का बहुत अच्छा मौका भी था। लेकिन में कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहता था, क्योंकिक्यों रचना बहुत ही शरीफ़ लड़की थी। तभी रचना का मोबाईल बजने लगा, तो रचना ने कहा कि भैया देखना किसका फोन है और उसे

कह दो कि में अभी अपनी पढ़ाई में व्यस्त हूँ।

मैंने मैं रचना का फोन उठाया तो कोई लड़का रचना के बारे में पूछने लगा। लेकिन मेरी आवाज़ सुनकर उसने फोन काट दिया और फिर मैंने मैं

रचना को शीशे में उतारने के लिए उससे कहा कि रचना क्या में तुमसे एक बात पूछ सकता हूँ? लेकिन तुम मुझे सच सच बताना। तो वो बोली कि हाँ, पूछो ना भैया में आपसे कुछ भी नहीं छुपा सकती, में सब कुछ सच ही कहूंगी। मैंने मैं पूछा कि क्या तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है?

रचना ने एकदम चकित होते हुए पूछा कि क्यों भैया? आप अचानक ऐसा क्यों पूछ रहे हो? तो मैंने मैं कहा कि रचना अभी किसी लड़के का फोन आया था और वो तुम्हारे बारे में पूछ रहा था और मेरी आवाज़ सुनकर उसने जल्दी से फोन काट दिया। तो उसने कहा कि प्लीज भैया आप मम्मी को इस बारे में मत बताना। मेरा कोई भी बॉयफ्रेंड नहीं है, लेकिन.. वह बोलती बोलती एकदम चुप हो गई। तो मैंने मैं कहा कि हाँ, हाँ बोलो ना, लेकिन क्या? तो रचना कहने लगी कि रहने दो भैया। तो मैंने मैं कहा कि क्या तुम्हे मुझ पर विश्वास नहीं है? तुम बोलो, में किसी

से इसके बारे में कुछ भी नहीं कहूँगा। में तुमसे सिर्फ़ एक दोस्त के नाते पूछ रहा हूँ और अगर तुम्हे पसंद नहीं है, तो तुम छोड़ दो मुझे मत बताओ, लेकिन अगर मम्मी, पापा को पता चला तो बहुत बुरा होगा।

तो रचना रोते हुए कहने लगी कि नहीं भैया ऐसा मत होने देना प्लीज, में आपको बताती हूँ। मुझे स्कूल में बहुत सारे लड़के छेड़ते रहते है और मेरी क्लास का एक लड़का मुझसे दोस्ती भी करना चाहता है। यह फोन उसी ने किया होगा। मैंने मैं पूछा कि रचना क्या तुम्हे कोई लड़का

पसंद है? तो रचना कहने लगी कि भैया यह सब आप क्यों पूछ रहे हो? तो मैंने मैं कहा कि रचना तुम मुझे अपना दोस्त समझकर बताओ और तुम मुझसे अपनी बातें वैसे ही कर सकती हो, जैसे अपनी सहेलियों के साथ करती हो। तो रचना शरमाते हुए कहने लगी कि ठीक है भैया,

लेकिन जब लड़के मुझे छेड़ते है तो मुझे बड़ा अजीब सा महससू होता है और इस समय रचना का चेहरा धीरे धीरे शरम से एकदम लाल हो रहा था। फिर मैंने मैं पूछा कि तुम्हे कैसा लगता है रचना? वो बोली कि मुझे उस वक्त ऐसा लगता है कि जैसे मेरे सारे बदन में कोई आग है।

दोस्तों रचना के मुहं से ऐसी बातें सुनकर मेरा लंड तनकर खड़ा हो गया। तो मैंने मैं रचना से कहा कि तुम एक बात मुझे सच सच बताओ क्या तुम किसी लड़के के साथ एंजॉय करना चाहती हो या नहीं?हीं तो रचना बहुत हैरानी से मुझे देखते हुए कहने लगी कि भैया यह आप क्या कह

रहे है? तो मैंने मैं कहा कि तू मुझे अपना दोस्त ही समझकर सच सच बता, में बस तेरी मदद कर रहा हूँ। तो रचना ने कहा कि भैया करना तो चाहती हूँ, मगर मुझे बहुत डर लगता है। तो मैंने मैं कहा कि अगर मगर कुछ नहीं,हीं बोलो इसके लिए मेरे पास एक बहुत अच्छा उपाय है, अगर

तुम्हे पसंद हो तो में तुम्हे वो बता सकता हूँ। तो वो बहुत उत्सुकता भरे स्वर में बोलने लगी कि प्लीज भैया जल्दी से बोलिए ना वो आईडिया

क्या है, बोलो ना प्लीज? तो में कहने लगा कि तुम्हे एक ऐसा लड़का चाहिए कि जिसके तुम्हा रे घर में आने जाने से और तुम्हारे साथ घूमने से

किसी को भी कुछ भी बुरा ना लगे और किसी को शक तक ना हो ऐसे लड़के के साथ तुम एंजाय कर सकती हो।

तो वो पूछने लगी कि लेकिन ऐसा लड़का है कहाँ? तो मैंने मैं कहा कि और कहाँ ठीक तुम्हारे सामने ही तो है वो लड़का? तो इस बात को सुनते

ही वो एकदम चौंकचौं गई और कहने लगी कि लेकिन भैया आप तो मेरे सगे भाई हो। तो में कहने लगा कि देखो रचना तुम मेरी छोटी बहिन हो

और में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और सबसे पहले तुम एक लड़की हो और में एक लड़का, जो एक दूसरे की जरूरतों को पूरा कर सकते

है और ऐसा करने में कोई समस्या भी नहीं आयेगी, क्योंकिक्यों हम दोनों पर कभी कोई शक भी नहीं करेगा और में तुमसे बहुत प्यार करता हूँ

और तुम्हारे बिना जी नहीं सकता। फिर मेरी यह सभी बातें सुनकर रचना कुछ देर बिल्कुल खामोश रही और फिर बोली कि भैया प्यार तो में

भी आपसे बहुत करती हूँ। लेकिन में आपसे कहने से डरती थी कि कहीं आप बुरा ना मान जाओ। तो में समझ गया कि यही एकदम सही

मौका है अपनी इच्छा को पूरा करने का, मौका हाथ से जाए इससे पहले में उसकी कमर पर अपने हाथ डालकर सहलाने लगा और उसने

अपनी दोनों आखें बंद कर ली, तो में भी अब समझ गया कि वो खुद भी राज़ी है। मैंने मैं उसको अपनी बाहों में भर लिया और उसके रस भरे

गुलाबी होंठो हों को चूसने लगा, तो उसका चेहरा शरम से एकदम लाल होने लगा और उसकी साँसे धीरे धीरे तेज होने लगी और उसका बदन

कांपने लगा। दोस्तों में पहली बार किसी लड़की के साथ सेक्स कर रहा था और अब मेरे शरीर में भी 240 वोल्ट्स का करंट दौड़ने लगा और

यह सोचकर में बहुत चकित था कि में अपनी सग़ी छोटी बहिन के बदन को चूम रहा हूँ। दोस्तों ये कहानी आप Hindi Sex Stories पर पड़

रहे है।

में रचना को अपनी बाहों में उठाकर बेड पर ले गया और उसके होंठो हों को चूसते हुए उसके बूब्स को सहलाने व दबाने लगा और वो

अह्ह्ह्हह ऊईईईईईइई भैया अह्ह्ह्हह्हह्ह्ह करने लगी और अब में धीरे धीरे से उसकी कमीज़ के अंदर हाथ डालकर उसके बूब्स को

सहलाने लगा और मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। फिर में उसके होंठो हों को चूसते हुए उसकी कमीज़ को उतारने लगा। लेकिन मेरे हाथ कांप

रहे थे में थोड़ी ही देर में अपनी सग़ी छोटी बहिन के बूब्स को देखने और चूमने जा रहा था जो कि मेरे लिए कल तक यह एक कभी ना पूरा

होने वाला सपना था, जो आज एक हक़ीकत में बदलने वाला था। वो बूब्स जिन्हें आज तक किसी और ने ना ही हाथ लगाया था और ना ही

दबाए थे और मैंने मैं रचना की कमीज़ के सारे बटन खोल दिए। रचना ने अंदर सफेद कलर की ब्रा पहनी हुई थी, तो वो अब मेरे सामने सिर्फ़

ब्रा में थी और बहुत ही सुंदर लग रही थी। उसको देखकर तो में पागल सा हो गया और उसके गले और कंधो पर पागलों की तरह किस

करने लगा। वो अब एकदम बेकाबू होकर सिसकियाँ लेकर कहने लगी कि भैया में आपसे बहुत प्यार करती हूँ, आप बहुत अच्छे हो और

प्लीज और करो आईईईईइइर्ररर भैया। मैंने मैं झट से उसके मुहं पर हाथ डाला और दोनों हाथों से उसके बूब्स को दबाने लगा। लेकिन उसके

बूब्स बहुत ही टाईट थे।

फिर में रचना के दोनों बूब्स को नीबूं की तरह निचोड़ने लगा, लेकिन रचना की तो जैसे जान ही निकल गयी। वो ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी

और उसने अपना मुहं ऊपर कर लिया और फिर सेक्सी सेक्सी आवाजें निकालने लगी आह्ह्ह्हअहह भैया ऊफ्फ्फफफफफ्फ़ थोड़ा

आराम से करो ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह यह सब आपके ही है और अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था तो में उठा और उठकर अपने कपड़े

उतारना शुरू कर दिए। मैंने मैं रचना की ब्रा के निप्पल को छूते हुए बोला कि रचना आज में इनका पूरा दूध पी जाऊंगा। तो यह बात सुनकर

रचना एकदम शरमा गई और उसने अपनी नजरों को नीचे झुका दिया। मैंने मैं उसे फ्रेंच किस करनी शुरू कर दी और साथ में अपना एक

हाथ उसकी ब्रा में डालकर, उसके बूब्स का मज़ा लेने लगा। वो बहुत गरम थी ऐसा लग रहा था कि जैसे वो किसी आग में जल रही हो, रचना

मेरा पूरा साथ दे रही थी और अब में उसकी ब्रा निकालने लगा और जब मैंने मैं उसकी ब्रा उतारी तो वो अपने हाथों से बूब्स को छुपाने लगी। तो

उसका गोरा गोरा बदन और समोसे जैसे छोटे छोटे बूब्स मुझे मदहोश करने लगे। में उसके आगे बिल्कुल नंगा बैठा हुआ था और वो मेरा 9

इंच का लंड देखकर शरमा रही थी और धीरे धीरे से उसको सहला भी रही थी।

तो मैंने मैं रचना को फ्रेंच किस करते हुए उसके मुहं में अपनी जीभ को डाल दिया और वो उसको सक कर रही थी और मेरा एक हाथ रचना

के निप्पल के साथ खेल रहा था। उसके बूब्स क्या कसे हुए थे? रचना बुरी तरह से मचल रही थी और वो आहह्ह्ह ओहह्ह्ह आईईईइ भैया

कर रही थी। फिर में रचना के निप्पल को मुहं में लेकर उनका रस चूसने लगा और फिर रचना के मुहं से एकदम धीमी सी आवाज़ में

सिसकियाँ निकलने लगी आहहह्ह्ह्हह अईईईई उफफ्फ्फ्फ़ भैया प्लीज थोड़ा धीरे कीजिए। तो में लगातार चूसता रहा और दस मिनट

तक उसके बूब्स को चूसने के बाद, मैंने मैं धीरे धी रे अपना एक हाथ उसके पेट पर से उसकी नाभि तक लेकर गया और उसकी नाभि को

सहलाने लगा, तो वो एकदम गरम होने लगी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी और फिर मैंने मैं उसकी स्कर्ट का हुक खोलकर उसकी

स्कर्ट उतार दी। उसने हल्केनीले रंग की पेंटी पहनी हुई थी और में पहली बार किसी लड़की के साथ यह सब कर रहा था। फिर में उसकी

चिकनी चिकनी जांघे चूमने लगा और में एकदम पागलों की तरह उसकी जांघो को अपने मुँह से सहला रहा था और चूम रहा था।

फिर मैंने मैं धीरे से उसकी पेंटी को खींचखीं दिया और अब वो मेरे सामने पूरी नंगी थी। वाह क्या मस्त छोटी सी गुलाबी चूत थी, मेरी प्यारी बहना

की, में क्या बताऊँ? दोस्तों,स्तों रचना कैसी अनछुई कली थी? और में उसकी बिना बालों वाली अधखिली, गोरी, गुलाबी चूत को देखता रह गया, क्योंकिक्यों उसकी चूत तो आग की तरह जल रही थी और रचना की चूत एकदम कसी हुई थी, उसकी दोनों फांके चिपकी हुई थी। फिर मैंने मैं

हौले से उसकी चिपकी हुई दोनों फांको को उंगली से अलग अलग किया और उसकी चूत को उंगली से सहला दिया और वो अह्ह्ह्हह

उईईईई भैया अहह्ह्ह्ह करते हुए मचलने लगी और बोलने लगी कि भैया आहह्ह्ह्हहहा माँ ऊईईईईई। तो रचना की नंगी चूत को

देखकर मेरे तो होश ही उड़ गये और मुझे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा था कि में अपनी सग़ी बहिन का नंगा जिस्म और उसकी नंगी चूत रचना मज़े से पागल हो रही थी भैया प्लीज, अब बस करो, बस भैया आह्ह्ह्ह में मर गई और फिर एकदम से रचना की चूत ने पानी छोड़

दिया।

मैंने मैं सब अनदेखा कर दिया और चूसकर रचना की जवानी का रस पीता गया। बड़ी देर तक में रचना की छोटी सी चूत से चिपका रहा,

लेकिन इस बीच रचना दो बार झड़ चकी थी और बुरी तरह तड़प रही थी। फिर में जल्दी जल्दी अपने सारे कपड़े उतारकर नंगा हो गया

और अपना लंड उसके हाथ में दे दिया रचना मेरे लंड को देखकर कहने लगी कि भैया यह तो बहुत बड़ा है और यह मेरी चूत में नहीं

जाएगा। तो मैंने मैं उसके चूतड़ के नीचे एक तकिया रख दिया, जिससे उसकी चूत थोड़ा ऊपर उठ जाए और मुझे उसकी चुदाई करने में

आसानी भी हो और मज़ा भी आए। फिर मैंने मैं अपने लंड का सुपड़ा उसकी गरम चूत के छोटे से छेद पर रखकर एक जोरदार धक्का मारा

तो मेरा आधा लंड, उसकी गरम और मासूम चूत के पतले होंठो हों को चीरता हुआ अंदर चला गया।

लेकिन उसकी मुहं से एक जोरदार चीख निकल गई आहह्ह्ह्हह आईईईईई में मर गई भैया, बाहर निकालो इसे अह्ह्ह्हह। तो में थोड़ी

देर तक रुक गया और उसके बूब्स को चूस रहा था और वो थोड़ी ही देर में फिर से गरम होने लगी तो मैंने मैं सही मौका देखकर फिर अपना

पूरा लंड रचना की तड़पती हुई चूत में घुसेड़ दिया। रचना बुरी तरह से तड़प रही थी और अब उसकी चूत से खून भी बह रहा था। फिर में

धीरे धीरे आगे पीछे हिलने लगा और थोड़ी देर के बाद वो भी मज़े लेने लगी। लेकिन रचना अभी भी धीरे धीरे चिल्ला रही थी और सिसकियाँ

ले रही थी उऊऊमाँ उह्ह्ह्हह्ह ऑश भैया में मर गई और अपनी गर्दन को कभी इधर, कभी उधर कर रही थी और उसकी चूत से खून भी

बह रहा था और अब मुझे मज़ा आने लगा था। में रचना के एक निप्पल को चूसने लगा और धीरे धीरे अपना लंड बाहर खींचकर खीं फिर से

अंदर घुसा दिया और इस तरह बड़ी ही धीरे धीरे अपनी प्यारी छोटी बहिन को चोदने लगा और अब रचना को भी मज़ा आने लगा था। वो

अह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह भैया आई आई रे आई भैया ऊह्ह्ह करते हुए मज़े ले लेकर चुदवाने लगी।

में भी रचना की एकदम टाईट चूत को चोदने का आनंद लेने लगा और रचना भी दर्द झेलते हुए धक्केदे देकर चुदाई के मज़े लेने लगी। तो

रचना मेरे साथ मिलकर बहुत उछल कूद करते हुए चुदवाने लगी और फिर तभी रचना की चूत ने पानी छोड़ दिया और रचना बस बस भैया

अह्ह्ह्ह उह्ह्हह्ह माँ करते हुए तड़पने लगी और 15 मिनट के बाद में भी झड़ गया और मैंने मैं रचना की चूत में अपने लंड का रस छोड़

दिया और वो भी इस बीच दो बार झड़ चुकी थी। फिर मैंने मैं रचना के बूब्स को सहलाते हुए पूछा कि क्यों रचना कैसा लगा अपने भाई का

प्यार?

तो रचना यह बात सुनकर शरमा गई और फिर हम दोनों थोड़ी देर तक वैसे ही एक दूसरे के साथ लिपटे हुए लेटे रहे और फिर जब रचना

उठी तो उससे चला भी नहीं जा रहा था और उसकी चूत खून से भरी हुई थी। फिर में उठा और एक कपड़े से रचना की चूत को साफ किया

और इस तरह मैंने मैं अपनी कमसिन छोटी बहिन को उस दिन करीब 4 बार चोदा और वो दिन था, जिसने मेरी जिंदगी बदल दी और अब मेरी

छोटी बहिन ही मेरी गर्लफ्रेंड है ।।

धन्यवाद


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Love sex story Riya ke chodar shuk: Bangla Choti 2022

9:55 AM Story Teller 0 Comments

Love sex story Riya ke chodar shuk খাসা মাল রিয়াকে চোদার সুখ

Riyar gud choda choti আজকাল ফাইভস্টার হোটেল মানেই এলাহি ব্যাপার। তারউপর ফাইভস্টার ডিলাক্স মানে আরো বিলাসবহূল। হোটেলের এক একটা স্যুট এর কমকরে ভাড়া পনেরো থেকে বিশ হাজার। chati golpo কজনের ভাগ্যে জোটে? এক রাত্রি পেরোনো মানেই পকেট থেকে অতগুলো টাকা খস করে বেরিয়ে গেল। সেখানে পরপর তিনরাত্রি স্যুট টা বুক করেছে নাম করা ফিল্মি প্রোডিউসার রুদ্রনীল সেনগুপ্ত। তাও আবার রিয়ার জন্য। সাধারন একটা মেয়ে, যার এখনো সিনেমা জগতে প্রবেশই ঘটেনি। নায়িকা না হয়েই এই। আর নায়িকা হলে তারপরে? তখন বোধহয় রাজপ্রাসাদও ছোট পড়ে যাবে রিয়ার কাছে। ভাবতে ভাবতেই আনন্দে আর খুশীতে রিয়ার মনটা গর্বে ভরে উঠছিল। Hot choti.

Riya ke chodar shuk



এই না হলে ফিল্মি জগত? অনেক ঘাম ঝড়িয়ে এ লাইনে নাম কিনতে হয়। তবেই না লোকে পয়সা দিয়ে টিকিট কেটে হলে ঢোকে। আজকের রিয়া যখন কালকের স্টার হবে তখন ওর জন্যও লোকে লাইন দিয়ে দাঁড়িয়ে থাকবে টিকিট কেনার জন্য। ওফঃ ভাবতে ভাবতেই সারা শরীরে যেন রোমাঞ্চ অনুভব করছে রিয়া। ধন্যবাদ রুদ্রনীলকেও। এই অফারটা শেষ পর্যন্ত না পেলে এ জীবনে নায়িকা হওয়ার সাধ অপূর্ণই থেকে যেত। ভাগ্যিস রিয়াকে দেখেই চোখে পড়ে গেছিল রুদ্রনীলের। একেবারে পাকা চোখ। নামকরা কত হিরোয়িনকেই যে ও সুযোগ দিয়েছে তার কোন ইয়ত্তা নেই। প্রস্তাবটা পেয়েই সঙ্গে সঙ্গে লুফে নিতে দেরী করেনি রিয়া। হাজার হোক এ রকম নায়িকা হওয়ার সুযোগ জীবনে কতজনের আসে? রিয়া যে পেয়েছে, তারজন্যই ওকে একটু খুশী করার আবদার মেনে নিতে হয়েছে রিয়াকে। তিনরাত্রি রিয়ার শরীরের রসধারার স্বাদ গ্রহন করবে রুদ্রনীল। রিয়ার ওপরে নিজের বীর্যধারা বর্ষন করবে রুদ্রনীল। আবদার এটুকুই। তারপর তো রিয়া স্বনামধন্য নায়িকা। হাজার প্রোডিউসারের লাইন পড়বে ওকে নতুন বইতে সই করার জন্য। রুদ্রনীলকে হয়তো মনেও রাখবে না। রিয়াও চলে যাবে নাগালের অনেক দূর। অনেক নায়ক তখন ওর প্রেমে পড়বে। আর পুরোন কথা মনেও থাকবে না। নায়িকা হবার সুবর্ণ সুযোগ নিতে হলে এটুকু রিস্কতো নিতেই হবে, নইলে ভাগ্যের দরজা খুলবে কি করে?

রুদ্রনীল ওকে বলেছিল-তোমাকে দুদিন সময় দিচ্ছি, আমাকে ভেবেচিন্তে উত্তর দিও।

Love sex storyরিয়া একমূহূর্ত দেরী করেনি। কয়েকটা ছোটখাটো মডেলের রোল করে আর যেন পোষাচ্ছে না। এইবার একটা বড় সুযোগ নিতেই হবে। দরকার হলে নিজের শরীর বিলিয়েও। এমন সুযোগ কোন কারনেই হাত ছাড়া করা যাবে না।

সকালবেলা রিয়াকে ফোন করে বলেছিল রুদ্রনীল। -তোমার জন্য স্যুট বুক করা আছে। আমি বিকেলে গাড়ী পাঠিয়ে দেব। তৈরী হয়ে চলে এস।

রিয়া তারপর সেজেগুজে এখানে। এখন শুধু রুদ্রনীলের জন্য অপেক্ষা। কখন ও এখানে আসবে।

বিছানাটা যেন তৈরীই রয়েছে। সুন্দর চাদর দিয়ে মোড়া। এখানেই রুদ্রনীলের বীর্যধারায় বর্ষিত হবে রিয়া। ও পালঙ্কটা ভালো করে দেখছিল। ভাবলো রুদ্র আসার আগে একবার বার্থরুমেই নিজেকে প্রস্তুত করে নিলে ভালো হয়। উলঙ্গ হয়ে স্নান করার আগে আঙুল দিয়ে নিম্নাঙ্গের অন্তঃস্থলে কনট্রাসেপটিভ্ পিলটা ঢুকিয়ে দিল। ওটা গলতে একমিনিট। তারপর রুদ্রের নির্দেশ মতন ব্লাউজ, ব্রা আর শায়া খুলে শুধু শাড়ীটা জড়ানো থাকবে পেঁয়াজের খোসার মতন। রুদ্রনীল ওটা হাত দিয়ে আসতে আসতে খুলবে। তারপরেই শুরু হবে আসল ক্লাইম্যাক্স

রুদ্রনীল ড্রিঙ্ক করে। রিয়াকে বলেছিল-আমার সঙ্গে ড্রিঙ্ক করতে হবে কিন্তু তোমাকে। তারপর আমরা বিছানায় যা করার করব।সেই কোন একসময়ে দুবোতল বিয়ার খেয়েছিল রিয়া বন্ধুর পাল্লায় পড়ে। আজ যদি রুদ্রর সাথে একটু সুরার সঙ্গ দিতে হয় ক্ষতি কি? ফিল্ম লাইনে এসব তো আকছাড় চলে। মিনাকুমারীকে দেখেনি? মদ ছাড়া তো চলতই না মিনাকুমারীর। ফিল্মলাইনে স্ট্যাটাস বজায় রাখতে হলে একটু আধটু এগুলোর তো অভ্যাস রাখতেই হবে। রিয়া ভাবছিল আচ্ছা ওর সামনে নগ্ন হয়ে বসে যদি মদ খাওয়া যায় তাহলে কেমন লাগবে? নিশ্চই দারুন। একহাতে গ্লাস, আর এক হাতে সিগারেট। কোনদিন হয়তো কোন ফিলমি ম্যাগাজিনের কভার পেজে এরকম একটা ছবি বেরোবে রিয়ার, হাজারো সিনেমা প্রেমিকের হৃদয় চুরী করে নেওয়ার জন্য। এক একটা পোজে শুধু আলোড়নের পর আলোড়ন তুলতে থাকবে রিয়া। তখন রিয়া ও তো স্বনামধন্য নায়িকা। যা করবে তাতেই লোকে বনে যাবে পাগল। ফটোগ্রাফার রিপোর্টারদের হূড়োহড়ি, চারিদিকে শুধু ফ্ল্যাসের পরে ফ্ল্যাস ক্যামেরার আলো। খবরের কাগজে একটা হেডিং-আজকের নায়িকা বলতে একটাই নাম শুধু রিয়া রিয়া এন্ড রিয়া। ওর ধারে কাছে কেউ নেই।ইতিহাসকে আগাম দেখার জন্য বার্থরুম থেকে বেরিয়ে এসে নিজের নগ্ন দেহটা আয়নায় দেখছিল রিয়া। তখনও শাড়ীটা পড়া হয় নি। যেন ভঙ্গিমায় মাদক রস উপচে পড়ছে। মনোহরিনী ভঙ্গি যেন রুদ্রনীল সেনগুপ্তকে মাতাল করে দেবে একটু পরেই।

আচ্ছা রুদ্রনীল কি বিছানায় অনেক্ষণ ধরে করবে? নাকি অল্প করেই রিয়াকে ছেড়ে দেবে বাকী রাতদুটোর জন্য। এসব সিনেমা লাইনের প্রোডিউসার গুলো বড্ড বেশী কামুক হয়। নতুন হিরোয়িন দেখলেই পেনিস তড়াক করে লাফিয়ে ওঠে। নায়িকা করার আগে যত পারো শুষে নাও। সিনেমার নামে যেন দেহটাও কিনে নিয়েছে সাথে সাথে। রিয়া শুনেছে, শরীর না বিলিয়ে রুপোলি পর্দার নায়িকা হওয়া বড্ড কঠিন। তাও যদি বড় কোন হিরো হিরোয়িনের মেয়ে হয়। কামুক প্রোডিউসাররা ওদের গায়ে হাত দিতে ভয় পায়। কারন ওরা তো নামি তারকার মেয়ে। হাত দিলে যদি গর্দান চলে যায়।

রিয়ার কপালে এমন ভাগ্য জোটেনি। অনেক লড়াই করে তবে এ জায়গাটায় আসতে পেরেছে। বড় স্টারের বেটী হলে কি আর এত স্যাক্রিফাইস করতে হোত? তখন সহজেই জুটে যেত বড় বড় ছবির অফার। নিজের শরীর উন্মোচন করে প্রোডিউসারের সাথে শরীরি খেলায় মেত উঠতে হোত না। রুদ্রনীলকেও মুখের উপর বলে দিত-আপনি কার সাথে কথা বলছেন জানেন? চেনেন আমার মা বাবাকে। আপনার লাইসেন্সটাই ক্যানসেল হয়ে যাতে পারে এক্ষুনি। আপনি আমার সাথে শুতে চাইছেন? হাও ডেয়ার ইউ টকিং লাইক দ্যাট। আপনার সাহস তো কম নয়।

কিন্তু সে আর হোল কোথায়? অগত্যা তিন রাত্রি এই হোটেলে রাত কাটানো ছাড়া উপায় তো নেই। শরীরটাকে বিলিয়ে দিয়ে এবার খুব শিঘ্রীই পদার্পন ঘটবে দুষ্টু মিষ্টি নায়িকা মিস রিয়া মুখার্জ্জীর। choda chudir hot deshi choti golpo.

আয়নার সামনে দাঁড়িয়ে দাঁড়িয়ে রিয়া এসবই ভাবছিল, আর অধীর আগ্রহে অপেক্ষা করছিল রুদ্রনীল সেনগুপ্তর জন্য। এবার তাহলে ওর আসার সময় হোল বলে।

রিয়ার মোবাইলটা বাজছিল। হ্যালো বলতেই চেনা গলাটা শুনতে পেল। গলাটা রুদ্রনীলের। ওকে উইশ করছে। যেন অভিবাদনের কি সুন্দর কায়দা।–রিয়া ডারলিং। আর ইউ রেডী? আমি আসছি তাহলে। থ্যাঙ্ক ইউ তোমাকে, আমার প্রস্তাব গ্রহন করার জন্য। এবার দেখবে কেউ আটকাতে পারবে না তোমাকে। তোমার ফিল্মী কেরিয়ার সার্থকময় হয়ে উঠুক। রিয়া অল দ্যা বেস্ট।

কে কাকে থ্যাঙ্ক ইউ জানাচ্ছ। এতো রিয়ার স্বপ্ন। যা সফল হতে চলেছে শীঘ্রই। রুদ্রনীল সেনগুপ্ত ওকে সাফল্যের দরজা চিনিয়েছে। থ্যাঙ্ক ইউ তো ওর দেবার কথা। আর সেখানে কিনা রূদ্রনীল? মোবাইলটা বিছানায় রেখে রিয়া হাঁসছিল আর ভাবছিল।

সাদা সিল্কের শাড়ীটা ও গায়ে জড়িয়ে নিল। যে করেই হোক রুদ্রকে আজ খুশী করতেই হবে। কৃতজ্ঞতা রিটার্নের পদ্ধতিটা যদি সেক্সের মাধ্যমে বিলিয়ে দেওয়া যায় তাহলেই কেল্লা ফতে। আর পেছনে ফিরে তাকাতে হবে না রিয়াকে। তখন শুধু মুঠো মুঠো টাকা আসবে সুটকেশ ভর্তি করে। রিয়ার সাথে সাক্ষাত করার জন্য কাউকে অ্যাপোয়েন্টমেন্ট নিতে হবে আগে থেকে। সি উইল বি দা টপ অ্যাকট্রেস ইন কলকাতা। লোকে হূমড়ী খেয়ে পড়বে ওকে দেখার জন্য।

নিজেই নিজেকে উইশ করছিল, বুড়ো আঙুলটা আয়নার সামনে তুলে ধরে নিজের মুখ দেখতে দেখতে। শাড়ীর নীচে বুকদুটো তখন বেশ উদ্ধত হয়ে রয়েছে। ওর বুকের সাইজটা পারফেক্ট। ৩৫-৩৬ হবে। কোমরটা বেশ সরু। যেন হাতের মুঠোয় ধরা যাবে। হাত দুটো ওপরে তুলে একবার আড়-মোড়া ভাঙল রিয়া। বগলের নীচে যে একগুচ্ছ ঝোপের সৃষ্টি হয়েছিল ওটা আজ সকালেই ব্লেড দিয়ে চেঁচে সাফ করেছে রিয়া। এখন বেশ সুন্দর লাগছে বগলের তলাটা। রুদ্র এখানে নিশ্চই একটা চুমু খাবে। তারপর আসতে আসতে ওর সারা শরীরেই চুমুর বৃষ্টিপাত ঘটাবে। যা শরীর বানিয়েছে, যে প্রোডিউসার দেখবে, সেই কাত হয়ে যাবে।

নিজেকে দেখছিল আর ভাবছিল কখন ওর আগমন ঘটবে? রিয়া যে উদগ্রীব হয়ে বসে আছে রুদ্রর জন্য।

ডোরবেলটা বাজতেই রিয়া দরজা খুলল। সামনে দাঁড়িয়ে আছে, রুদ্রনীল সেনগুপ্ত। পরণে খয়েরী রঙের স্যুট। কে বলবে ও প্রোডিউসার। এমন সুন্দর চেহারা যে কোন হিরোকেও হার মানিয়ে দিতে পারে অনায়াসেই। রিয়াকে একদৃষ্টে দেখছিল। যেন ডাইং ফর সী। ওর লাইফের একমাত্র ড্রীম।

-কি দেখছেন? valobashar choti golpo

-ভাবতেই পারছি না তুমি আমার পরের ছবির নায়িকা। কালই তোমাকে আমি সই করাব। অ্যাডভান্স পঞ্চাশ হাজার টাকা। খুশী তো?

-খুশী মানে ভীষন খুশী।

-কাল হিরো আসছে তোমাকে দেখতে। মিষ্টার দীপক কুমার। খুব হ্যান্ডসাম।

-ও রিয়েলি?

-হ্যাঁ। তবে বইতে অনেক বেডরুম সীন আছে। সবকটাই বেশ জমকালো। তুমি রাজী?

-ইয়েস। কেন নয়। আমি রাজী।

-বাঃ গুড গার্ল। আমার রিয়াকে বেছে আমি তাহলে ভুল করিনি। কি তাইতো?

রিয়ার মুখে হাঁসি। এখন তাহলে প্রতিদানের মূহূর্তটাকে স্মরনীয় করে তোলা যাক।

রুদ্রনীল ওকে জড়িয়ে ধরেছে। এবার ওকে একটা চুমু খাবে। রিয়া মুখটা বাড়িয়ে দিয়েছে। শরীরটা বেশ সিরসির করছে। রুদ্র ওর ঠোটটা ঠোটে নিয়ে চুষছে।

-তোমাকে ছমাস ধরে খুজেছি। পাইনি। বলতো এতদিন কোথায় ছিলে? আই অ্যাম রিয়েলি হ্যাপি ফর ইউ। এবার চল রিয়া। একটু এনজয় শুরু করা যাক, আজকের রাতটার জন্য।

রিয়া ওর শরীরটাকে পুরো সঁপে দিয়েছে রুদ্রর কাছে। হিরোর থেকেও গাঢ় ঘন চুমু খাচ্ছে রুদ্র। ওর শরীরের মধ্যে একটা আলাদা রকম জোশ। প্রচন্ড রকম সেক্স। যেন কামের আসক্তি থাকলে তবেই চুমু খাওয়ার ধরণ এরকম হয়ে থাকে। রিয়া শুধু প্রতিদান দিচ্ছে। জানে প্রতিদানে যেন কোন খুঁত না থাকে। রুদ্র খুশী হলেই তবে ওর নিশ্চিন্তি। রাতটুকু ভরপুর এনজয়মেন্ট। তারপর কালকে নগদ অ্যাডভান্স। একেবারে কড়কড়ে পঞ্চাশ হাজার টাকা। রিয়াকে আর পায় কে? ওতো সব জেনেশুনেই রুদ্রর প্রস্তাবে রাজী হয়েছে। মনপ্রাণ ঢেলে রুদ্রকে খুশী করা শুরু করেছে এখন থেকে। যেন কোন ফাঁক না থাকে।

বুকদুটো পুরো লেপ্টে গেছে রুদ্রর শরীরের সাথে। চুম্বনের গভীর স্বাদ নেবার সাথে সাথে রুদ্র হাত দিয়ে ধরে ফেলেছে রিয়ার বুকদুটোর একটাকে। রিয়া বুঝতে পারছে রুদ্র হাতে নিয়ে বুকদুটোকে চটকাতে চাইছে। প্রতিবাদ না করলে বুঝে নিতে হবে সে কি চাইছে? সন্মতি যখন পেয়েই গেছে রুদ্রও তাই হাত দিয়ে রিয়ার বুকটাকে চটকাতে শুরু করেছে। টিপতে টিপতে, চটকাতে চটকাতে দলাই মালাই আসতে আসতে বাড়তেই চলেছে। প্রশ্রয়, ইন্ধন যেন রুদ্রকে স্যাটিশফাই করছে একদম প্রথম থেকে। ওঃ ওয়াট এ বিগিনিং। 

-তোমার বুকদুটো এত সুন্দর রিয়া। হাতে না নিলে বুঝতেই পারতাম না। ওয়াট এ লাভলি ইয়োর ব্রেষ্ট। আমি তারিফ না করে পারছি না।–তুমি ভয় পাচ্ছো রিয়া?

-না তো?

-আর ইউ ফিলিং ইজি?

-অফকোর্স।

-তাহলে চল। এবার একটু ড্রিংকস নিয়ে বসা যাক। কি খাবে স্কচ্ না হূইস্কি?

-যেটা খুশী।

-ড্রিংক করার হ্যাবিট আছে তোমার?

-একটু আধতু।

-ফিল্ম লাইনে এগুলো কিন্তু খুব নরম্যাল। না থাকলে এখন থেকে নিজেকে প্রস্তুত করে নাও। আমার হিরোয়িনরা ড্রিংক না করলে আমার ভাল লাগে না। ধাপে ধাপে নিজেকে তৈরী করে নিতে হবে। আর ইউ রেডী?

-আমাকে পরখ করছেন? আমি হ্যাঁ বলছি তো।

-স্মার্ট গার্ল। (হাঁসতে হাঁসতে) তোমাকে সত্যিই পরখ করছি।

রুদ্র আবার ওর ঠোট ঠোটে নিল। দ্বিতীয়বার অনুরাগের ছোঁয়া দিতে রিয়া প্রস্তুত। কি দূর্দান্ত সমর্পণ। রুদ্রকে গরম করে দিচ্ছিল শুরু থেকেই। হোটেলে ডাকাটা যেন ভীষন ভাবে সার্থক হয়েছে।

হঠাতই কেমন যেন মনে ধরেছে রিয়ার রুদ্রকেও। এত সুন্দর চেহারা যার, পাবলিকের চোখে এও তো হীরো হতে পারে সহজে। তাহলে কেন শুধু শুধু ভাড়া করা হীরো? বলে দেখবে নাকি একবার রুদ্রনীল সেনগুপ্তকে। কি জবাব হবে এর উত্তরে?

-আপনিও তো স্মার্ট। নিজের ছবিতে নিজেই হীরো হিসেবে নামেন না কেন? বেশ মানাবে আপনাকে।

-তাহলে তো আবার জুটি বাঁধতে হবে। আমার যে একটা জুটি পচ্ছন্দ নয়। (হাঁসতে হাঁসতে) তারপরে আবার হিরো যদি ভিলেন হতে রাজী না হয়?

-বাবা আপনি তো বেশ মজা করেন?

-মজা করি? না না আমরা রিয়েলটা করি। হিরোরা যেটা করে সেটা কৃত্তিম। ওরা ঐ কৃত্তিম স্বর্গরাজ্যের মধ্যে নিজেদের আটকে রাখে। দেখনি কখনো? সিনেমায় হীরোর চুমু খাওয়ার দৃশ্যকে। কেমন ডিরেক্টরের হাতের পুতুল হয়ে দৃশ্যগুলোকে পালন করে। আমাদের মতন সর্বক্ষমতাবান হতে ওরা যে পারে না। ওরা শুধু ইমেজ বিল্ডিং করে। যদি একবার কাগজে কোন গসিপ কলাম বেরিয়েছে, ফ্যান ক্লাবের সদস্যরা পাবলিসিটি শুরু করে দিয়েছে, ব্যাস, তাহলে আর পায়ে কে? ওটাইতো রটনা। হিরো কোন টাটকা ভাবী নায়িকাকে ভোগ করছে, বহূ নায়িকা ভোগে নিজেকে অভ্যস্ত করে ফেলেছে, যা শুনেছ সবই পাবলিসিটি স্টান্ট। ওগুলো সত্যি নাকি?

রিয়া অবাক হয়ে শুনছে। যেন স্তন্ভিত। বাক্যহারা।

-আপনার হীরো দীপককুমারও তাই?

-ওতা একটা মরা গাঙ। এমন একটা সমুদ্র, যেখানে জোয়ার আসে না। তুমি যদি তোমার শরীরের সবকিছু প্রস্তুত করে ওকে স্বাগতম জানাও, তাহলেও দেখবে প্যান্টের তলায় ওর কোন ঢেউ জাগছে না। আমরা ওটা পারিনা। আমাদের এটাই সব থেকে বেশী আনন্দ। যা হবে সব কিছু রিয়েল। কি বল? যেমন তোমায় পেয়েছি। আজ রাতটুকু তোমার সঙ্গ পাব, আমার বই এর পয়সাতো আর্ধেক এখানেই উঠে যাবে। তোমার কাছে এইজন্যই তো আবদারটা রেখেছি। বল এখনো বলছি। তুমি আনহ্যাপি নও তো?

-না না বার বার কেন ওকথা বলছেন? আমি তো জেনেই এসেছি।

রুদ্র হাঁসছিল, এবার একটা বেনসন হেজেস সিগারেট ধরালো। রিয়ার দিকে প্যাকেটটা বাড়িয়ে বলল-খাবে একটা?

রিয়াও প্যাকেট থেকে একটা সিগারেট বার করে ঠোটে গুজল। রুদ্র লাইটার জ্বালিয়ে বাড়িয়ে দিল রিয়ার ঠোটের দিকে। রিয়া সিগারেট ধরিয়ে ধোয়া ছাড়তে লাগল রুদ্রর মতন।

-তুমি স্মোক কর জানতাম না।

রিয়া মনে মনে বলল-সবই তো আপনার জন্য করছি।

খুব কাছে টেনে, রিয়াকে পাশে বসিয়ে, ওর ঠোটে চুমু খেয়ে, আর বুকে আরএকবার হাত দিয়ে রুদ্র বলল-শুধু শাড়ীটী পড়ে রয়েছ তোমাকে দারুন লাগছে। ডিরেক্টরকে বলব এরকম একটা সীন রাখার জন্য ,তোমার নতুন ছবিতে।

রিয়া চুম্বনের সাড়া দিচ্ছিল, বুঝতে পারছিল একটু পরেই নিজেকে উলঙ্গ করে পরীক্ষা দিতে হবে রুদ্রর সামনে। তবু ভাল রুদ্র তো আর ওকে রেপ করছে না। সবই তো স্বেচ্ছায় হচ্ছে ব্যাপারটা। বুকের উপর হাত বোলাতে বোলাতে রুদ্র বলল-তোমার এই জিনিষটা কিন্তু খুব ভাল।

-আমার বুকদুটোকে মিন করছেন?

-হ্যাঁ কেন বলতো?

-বুক ছাড়া নারীর কোন অস্তিত্ব হয় না তাইতো?

-শুধু তাই নয়। আমি অনেক হিরোয়িনকে জানি ওরা বুক উঁচু করার জন্য বুকে প্যাড লাগায়। সেদিক দিয়ে তুমি হান্ড্রেডে হান্ড্রেড। আমার কাছে ফুল মার্কস পেয়েছ তুমি।

রিয়াকে রুদ্রর কথা শোনার পর বেশ খুশী দেখায়। ও রুদ্রকে আরো খুশী করার জন্য বলে-শাড়ীটা খুলব?

-না না এখন না ডারলিং। একটু পরে। আগে ড্রিংকসটা করি।

যেন আবরণ থাকলে নিরাবরণ বেশী মধুর হয়। রিয়া রুদ্রর কথামতই রুদ্রকে কম্পানী দিতে লাগল। স্কচ হূইস্কিটাকে রুম সার্ভিসে আনিয়ে গ্লাসে ঢালার পর রিয়া মুখ ঠেকিয়ে রুদ্রর গেলাসটাকে প্রসাদ করে দিল। রুদ্র স্কচ পান করতে লাগল সেই সাথে রিয়াও। মদ খেতে খেতে দুজনের সিগারেট খাওয়াটাও চলছে জোড় কদমে। রিয়াকে একটু কৌতূহলে ফেলে রুদ্র একটা কথা বলে ফেলল। রিয়া বুঝতে পারল না ব্যাপারটা কি? রুদ্র তখনকার মতন চেপে গেল। ওকে বলল-তোমাকে একটা কথা বলব রিয়া। আমার কথাটা রাখবে?

-কি?

-তুমি যদি—

-আমি যদি কি? পুরোটা বললেন না?

-না থাক। এখন নয়। পরে বলব।

রিয়া বুঝতে পারল না। রুদ্র বলল-এবার একটু শাড়ীটা খোল। তোমাকে নেকেড অবস্থায় দেখি। কেমন লাগে?

রিয়া উঠে দাঁড়িয়েঁ শাড়ীটা আসতে আসতে খুলতে লাগল।

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অসমীয়া যৌন গল্প
অসমীয়া যৌন গল্প


এইটো মোৰ দূৰত্বৰ আত্মীয়ৰ বিবাহ অনুষ্ঠান আছিল আৰু মোৰ পৰিয়ালৰ কোনোবাই ইয়াত উপস্থিত থাকিব লাগিব। যিহেতু মোৰ পত্নীয়ে শিশুটোৰ সৈতে গুচি গৈছিল, সকলোৱে সিদ্ধান্ত লৈছিল যে এইটো মই হ'ব লাগে। মইও এইটো স্বীকাৰ কৰিছিলো যে দৈনন্দিন কামৰ চাপৰ পৰা সকাহ পাব।

বিয়াখন নৱেম্বৰৰ ১০ তাৰিখে হৈছিল। গতিকে মই 2 দিনৰ বাবে ছুটি লোৱাৰ পৰিকল্পনা কৰিছিলো আৰু যিহেতু মই সপ্তাহান্তত ছুটি পাওঁ, আমি শনিবাৰেহে ঘৰত উপস্থিত হৈছিলোঁ।

যিহেতু মোৰ পত্নী পৰিয়ালেও উপস্থিত থাকিবলৈ সিদ্ধান্ত লৈছিল, আমি গাড়ীৰে যোৱাৰ পৰিকল্পনা কৰিছিলোঁ। যিহেতু মই একমাত্ৰ ড্ৰাইভাৰ আছিলোঁ, মই দীঘলীয়া পথ টো চলাই যোৱাৰ প্ৰয়োজন আছিল। এইটো এটা 350 কিলোমিটাৰ ড্ৰাইভ আছিল আৰু ইয়াৰ আধা অংশ এটা কঠিন পথ আছিল।

মোৰ পত্নী পৰিয়াল দেওবাৰে আমাৰ ঘৰত উপস্থিত হৈছিল আৰু আমি দুপৰীয়াৰ ভিতৰত আৰম্ভ কৰিছিলো। মই, মোৰ শাহুৱেক আৰু সদায়ৰ দৰে মোৰ এছ.আই.এল. কৰ্মচাৰী আছিল।

এইটো প্ৰায় ৩ আছিল যেতিয়া আমি আৰম্ভ কৰিছিলো আৰু জলপানৰ বাবে কিছু বিৰতিৰ সৈতে ৮ ঘণ্টা ভ্ৰমণ কৰিছিলো। আমি ১১ বছৰৰ ভিতৰত বিবাহ গৃহত উপস্থিত হৈছিলোঁ আৰু দৰাৰ পৰিয়ালে তেওঁলোকক ভালদৰে আদৰনি কৰিছিলোঁ।

আমাক ২ টা কোঠা দিয়া হৈছিল। মই মোৰ ককায়েকৰ সৈতে মোৰ কোঠাটো ভাগ বতৰা কৰিছিলো আৰু সদায়ৰ দৰে, ল'ৰাবোৰে বেচেলৰ পাৰ্টিত মদ্যপান উপভোগ কৰি আছিল। মইও যোগদান কৰিছিলো আৰু দেৰি নিশালৈকে উপভোগ কৰিছিলো। পিছদিনা, বিয়াখন 7.30 বজাত হৈছিল কিন্তু আমি কেৱল 3 বজাত শুইছিলো।


আমি ৰাতিপুৱা ইফালে সিফালে সাজু হৈছিলোঁ, বিয়াখনত উপস্থিত হৈছিলোঁ আৰু আত্মীয়সকলৰ সৈতে কথা পাতি কিছু সুন্দৰ সময় অতিবাহিত কৰিছিলো। মই ঘৰলৈ উভতি যোৱাৰ প্ৰয়োজন আছিল কিয়নো মই কাৰ্যালয়লৈ উভতি যাবলৈ একে ৰাতিৰে বাবে ৰেল বুক কৰিছিলো।

মোৰ ট্ৰেইনখন ১০:৩০ বজাত আছিল, সেয়েহে আমি দুপৰীয়াৰ আহাৰ গ্ৰহণ কৰিছিলোঁ আৰু ঘৰলৈ উভতি যাবলৈ আৰম্ভ কৰিছিলোঁ। মোৰ শাহুৱেকে আন আত্মীয়সকলৰ সৈতে আহিব বিচৰা বাবে পিছুৱাই থাকিল। গতিকে এয়া মই আৰু মোৰ ভনীয়েক আছিলোঁ।

আমি হলৰ পৰা ১২.৩০ বজাত আৰম্ভ কৰিছিলো আৰু মজলীয়া গতিত গাড়ী চলাই আছিলো। আপুনি সকলোৱে জানে, মই আৰু মোৰ ভনীয়েক অতি ঘনিষ্ঠ। আমি সকলো ধৰণৰ বস্তুৰ কথা পাতি আছিলো আৰু যাত্ৰাটো একেবাৰে আমনিদায়ক নাছিল।

আমি আধা দূৰত্ব অতিক্ৰম কৰিছিলো আৰু প্ৰচণ্ড বৰষুণ আৰম্ভ হৈছিল। আমি ৰাস্তাটোও চাব পৰা নাছিলো। যিহেতু এইটো এটা ঘাইপথ আছিল, আমি বৰষুণ বন্ধ নোহোৱালৈকে লৰী-পাৰ্কিং লেনত পাৰ্কিং কৰাৰ কথা ভাবিছিলো।

আমি এটা পাৰ্কিং লেন বিচাৰি পাইছিলো আৰু তাত পাৰ্ক কৰিছিলো। আমাৰ অলপ আগত আন এখন লৰী ৰখাই থোৱা আছিল। সময় পাৰ হোৱাৰ লগে লগে বৰষুণ গধুৰ হৈ আহিছিল। মই জানিছিলো যে এতিয়া ৰেলখন ধৰা টো মোৰ বাবে সম্ভৱ নহয়, সেয়েহে মই টিকটটো বাতিল কৰি পিছদিনা বাছত বুক িং কৰিলোঁ। মই মোৰ কাৰ্যালয়ক পৰিস্থিতিটোৰ বিষয়ে অৱগত কৰিছিলো আৰু ডব্লিউএফএইচ লাভ কৰিছিলো।


আমি কথা পাতি আছিলো আৰু জলবায়ু বহুত শীতল আছিল। আমি বাহনখনৰ ভিতৰত থকা ৰোগঅনুভৱ কৰিব পাৰিছিলো। এইটো পৰিস্থিতি আছিল যিয়ে কঠোৰ যৌনতাৰ বাবে দাবী কৰে বা প্ৰলোভিত কৰে। মোৰ ভনীয়েকে মোৰ ফালে চকু মেলি কামনাৰ অভিব্যক্তিৰে হাঁহিলে।

মই সংকেতটো ভালদৰে পাইছিলো আৰু এটা বাষ্পীয় যৌন অধিবেশনৰ বাবে সাজু আছিলোঁ। যিহেতু বৰষুণ হৈ আছিল, বাহনখনৰ ভিতৰভাগ বাহিৰৰ পৰা দেখা পোৱা নাছিল। সেয়েহে, পৰিস্থিতিয়েও আমাক সহায় কৰিছিল।

মই আসনবোৰ হেলনীয়া কৰিছিলো আৰু এইটো বিচনাৰ দৰে আছিল। মোৰ ভনীয়েকক বগা চুদি আৰু তাইৰ চকুত ধুনীয়া লাগিছিল। তাই মোক সেই চকুৰে হত্যা কৰি আছিল।

মই তাইৰ মুখখন ধৰি তাইৰ চকুৰ গভীৰতালৈ চালোঁ। মই মোক তাইৰ ভিতৰত ৰাখিবলৈ তাইৰ আগ্ৰহ অনুভৱ কৰিছিলো আৰু তাই যি বিচাৰে সেয়া দিবলৈ মই সাজু আছিলোঁ।

আমি আমার বৌয়ের ঠোঁটে চুম্বন করলাম আর সে চোখ বন্ধ করল। আমি গভীৰভাৱে চুমা খাইছিলো, আমাৰ জিভাবোৰে লেলাৱতি আৰু ওঁঠ গুৰি কৰি আদান-প্ৰদান কৰিছিল। তাই প্ৰায় মোৰ তলৰ ওঁঠটো খাইছিল আৰু তাই যি মেজাজত আছিল মই ভাল পাইছিলো।

আমি দীঘলীয়া সময়ধৰি চুমা খাইছিলো আৰু মই তাইক জোৰেৰে আলিঙ্গন কৰি আছিলো। মই তেতিয়া গোটেই মুখত চুমা খাবলৈ আৰু চাটিবলৈ আৰম্ভ কৰিছিলো আৰু তাই আনন্দত বিলাপ কৰি আছিল। মোৰ এখন হাত তাইৰ বাওঁ তৰমুজত আছিল আৰু পোছাকৰ ওপৰত চেপি আছিল। এইটো প্ৰায় ২০ মিনিট ধৰি চলি ছিল আৰু তাৰ পিছত আমি দুয়ো আমাৰ ওঁঠ বিভাজিত কৰিছিলো।

আমি দুয়ো সম্পূৰ্ণ যৌন মেজাজত আছিলো আৰু আমাৰ মাজত গৰম বাঢ়ি আছিল। মোৰ ভনীয়েকে মোৰ চাৰ্টটো আঁতৰাই মোক তাইৰ আসনলৈ যাবলৈ কৈছিল।

মই তাইৰ আসনলৈ জঁপিয়াই পৰিছিলো আৰু তাই মোৰ ওচৰলৈ আহিছিল। তাই মোৰ ডিঙি, বুকু আদিত চুমা খাবলৈ ধৰিলে, যাৰ ফলত মনোভাৱ বৃদ্ধি হ'ল। মই তলৰ পৰা তাইৰ চুদিটো ধৰি ওপৰলৈ টানি আনিলো। আৰু এটা টানি, ই তাইৰ মূৰৰ ওপৰেৰে আহিছিল।


মোৰ এছআইএল তাইৰ বগা ব্ৰাত আছিল আৰু তাইৰ তৰমুজবোৰে মোৰ ওঁঠবোৰৰ সৈতে খেলিবলৈ অপেক্ষা কৰি আছিল। আমি আমার সেক্সি বোনের স্তনবৃন্তটা ওর ব্রার ওপর চুষে ফেললাম আর এটা কঠিন হয়ে যাচ্ছিল। তাইৰ ব্ৰাটো মোৰ লেলাৱতিৰে তিতি আছিল আৰু তাই জোৰেৰে কান্দি আছিল।

তাৰ পিছত মই মোৰ হাত পিছলৈ প্ৰসাৰিত কৰি তাইৰ ব্ৰাটো খুলিদিলো। তাইৰ তৰমুজবোৰ মুক্ত কৰা হৈছিল আৰু ইয়াৰ বাবে মোক ধন্যবাদ জনাইআছিল। তাইৰ বুববোৰৰ ইমান ডাঙৰ আকৃতি আছিল! সেই স্তনবৃন্তবোৰে যিকোনো লোকক ইয়াৰ বাবে পৰিবলৈ বাধ্য কৰিব।

মই মোৰ ভনীয়েকৰ তৰমুজদুয়োখন হাতত ধৰি লাহেকৈ চেপি ধৰিলোঁ। সেইবোৰ মোৰ হাতৰ বাবে অলপ ডাঙৰ আছিল কিন্তু স্কুইজ কৰিবলৈ যথেষ্ট কোমল আছিল। মই তাইৰ স্তনবৃন্তবোৰ চিকুটি মাৰি ছিলোঁ আৰু ঘূৰি গৈছিলো আৰু তাই বেদনা আৰু আনন্দত চিঞৰিছিল। মই তাইৰ দুয়োটা স্তনবৃন্ত চুহি ছিলোঁ আৰু ইয়াৰ প্ৰতিটো সোৱাদ লৈছিলো।

মই তাইৰ স্তনবৃন্তৰ ওপৰত মোৰ জিভাঘুৰি ছিলোঁ আৰু তাইৰ গোটেই তৰমুজবোৰ চাটিছিলোঁ। মোৰ ভনীয়েকে কেতিয়াবা তাইৰ তৰমুজবোৰ মোৰ মুখলৈ আনি খুৱাই আছিল। মই তেওঁলোকক এজন উন্মাদ ল'ৰাৰ দৰে খাইছিলো।

কয়েক মিনিট পর, আমার বৌয়ে আমার প্যান্টটা খুলে ফেলল। এইটো এটা ভাল দৃশ্য আছিল যে মোৰ কুকুৰাটো কঠোৰ আৰু স্পন্দিত আছিল। আমি ওর প্যান্ট আর প্যান্টি সরিয়ে দিলাম, ওর সেখানে সামান্য পিউবিক হেয়ার ছিল। তাই কিছু সময়ৰ বাবে দাড়ি কাটিব পৰা নাছিল।

তেতিয়া তাই তললৈ গুচি গৈছিল আৰু আমি ৬৯ টা স্থিতিত আছিলো। তাইৰ যোনিৰ তৰলৰ গোন্ধে মোক পাগল কৰি তুলিছিল আৰু অনুভৱটো স্বৰ্গীয় আছিল। সেই মুহূৰ্তত, মই তাইৰ গাধটো ধৰি তাইৰ প্ৰেমৰ ছিদ্ৰত মোৰ জিভা সুমুৱাই দিলো।

মই তাইৰ আভ্যন্তৰীণ দেৱালবোৰ চাটিবলৈ আৰু সোৱাদ ল'বলৈ আৰম্ভ কৰিলোঁ আৰু মোৰ ভনীয়েকে আনন্দত কঁপি উঠিছিল। ইতিমধ্যে, তাই মোৰ কুকুৰাৰ আগৰ ছালখন টানি ছিল আৰু গোলাপ কাঠফুলাৰ মুৰটো চাটিছিল। তাইৰ কোমল জিভাখনে মোৰ কুকুৰাৰ মূৰস্পৰ্শ কৰাৰ পিছত মোৰ গোটেই শৰীৰত এটা সুন্দৰ কম্পন পাৰ হৈ গৈছিল।

মোৰ ভনীয়েকে তেতিয়া মোৰ গোটেই দৈৰ্ঘ্যত লাথি মাৰিবলৈ আৰম্ভ কৰিছিল আৰু সম্পূৰ্ণৰূপে তিতি যোৱাৰ পিছত, তাই ইয়াক সম্পূৰ্ণৰূপে মুখত লৈছিল। তাই মোৰ কুকুৰাটো ৰসাল আইচক্ৰীম বাৰৰ দৰে চুহি ছিল।



তাই মোৰ কুকুৰাটো চুহি উপভোগ কৰি আছিল আৰু মোৰ গোটেই কুকুৰাটোত সংবেদনটো আচৰিত আৰু জিনজিননি আছিল। তাই ইয়াত এগৰাকী সমৰ্থক। আমি দুয়োজনে ইজনে সিজনৰ ব্যক্তিগত অংশবোৰ আমাৰ জিভাৰে অন্বেষণ কৰি আছিলো। আমি উশাহ ল'ব পৰা নাছিলো কিয়নো আমি চাটোৱা আৰু চুহিবলৈ ব্যস্ত আছিলোঁ।

আমি প্ৰায় 10 মিনিটৰ বাবে ইজনে সিজনক মৌখিকভাৱে যৌনসঙ্গম কৰি আছিলো। মই অনুভৱ কৰিছিলো যে তাই তাইৰ যৌন উত্তেজনাত বিস্ফোৰিত হ'বলৈ গৈ আছে। মই সাজু আছিলোঁ আৰু তাইৰ গুলপীয়া তিতা ভগৰ পৰা তাইৰ মিঠা প্ৰেমৰ ৰস বৈ আছিল।

মই এই সকলোবোৰ পান কৰিছিলো আৰু বহুত বিদেশী সোৱাদ লৈছিলো। এইটো এটা ভায়াগ্ৰাৰ দৰে আছিল যিয়ে মোৰ কুকুৰাটো আৰু ডাঙৰ কৰি তুলিছিল। তাই আৰাম কৰিবলৈ হাঁপিছিল আৰু পুনৰ মোৰ কুকুৰাটো চুহিবলৈ আৰম্ভ কৰিছিল। মই অনুভৱ কৰিছিলো যে মইও মোৰ সীমাত উপনীত হ'বলৈ গৈ আছো। গতিকে মই তাইক বাধা দিছিলো আৰু তাই ওপৰলৈ আহিছিল

কোনোবা ছোৱালী - বোৱাৰী আছে নে? নিঃসংকোচে মোক মেচেজ কৰিব পাৰে, i know to respect your privacy, মাত্ৰ কথা পাতিবলৈহে।। your privacy will be strictly maintained,


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Sexy Saas Ko Jam ke Choda

7:53 AM Story Teller 0 Comments

हैलो दोस्तो, मेरा नाम अतुल है, मैं मोगा पंजाब का रहने वाला हूँ। यह मेरी पहली सच्ची घटना है! बात तब की है जब मेरी शादी को 2 साल हो गए थे, उस समय मेरी उमर 23 की थी औ��� मेरी पत्नी की उमर 20 साल थी। मेरे ससुराल में मेरी सास जिनकी उमर 40 साल है, ससुर जी जिनकी उनर 45 साल और एक साला जिसकी उमर 17 साल थी। मेरी कोई साली नहीं है, जिसका मुझे बहुत अफसोस होता है। मेरी सास बहुत सुंदर है, जो उनको एक बार देखता है तो देखता ही रह जाता है। उनकी फ़िगर 38-28-36 है। उनमें अजीब सा आकर्षण है जो मर्दों को अपनी तरफ खींचता है! इस उमर में भी वो जवान लड़कियों को मात देती है। उनका भरा भरा जिस्म किसी भी मर्द की नियत को खराब कर सकता है! मैंने कभी भी उनको गलत नज़र से नहीं देखा लेकिन उस दिन जो हुआ वो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था! अब उस घटना पर आते हैं, शादी के 2 साल बाद मेरी बीवी प्रेग्नेंट हो गई तो उसने अपनी माँ को काम-काज में मदद के लिए हमारे घर पर बुला लिया! हमारे घर में मैं और मेरी पत्नी ही रहते हैं, मेरे मम्मी पापा गाँव में रहते हैं। 

Sexy Saas Ko Jam ke Choda 


 मेरी बीवी को सातवा महीना लगा था, डॉक्टर ने सेक्स करने को मना किया हुआ था। दोस्तो, हम रोज़ फ़ुद्दी चुदाई यानि सेक्स का आनन्द लेते थे ! मेरी बीवी बहुत ज्यादा कामुक है और मैं भी! उसे पता है कि अगर वो मुझे ज्यादा दिन तक उसकी चुदाई न करने दे तो मैं बाहर फ़ुद्दी चुदाई कर सकता हूँ। यह बात मेरी बीवी अपनी माँ को बता चुकी थी कई बार! मैंने उनकी ये बातें चुपके से सुनी थी! मेरी सास कहती कि सब मर्दों को फ़ुद्दी चोदने की आदत होती है, इसलिए उनकी यह मांग हमेशा पूरी करनी चाहिए! मर्द इसी चीज़ से सबसे ज्यादा खुश रहता है! मेरी सास हमेशा मेरा ख्याल रखती और टाइम से सब काम करती! मुझे सेक्स किए हुए काफी समय हो गया था और रात को मुझे सेक्स करने का बहुत मन होता था, लेकिन हम दोनों मजबूर थे इसलिए मैं अलग कमरे में सोता था, कहीं रात को बीवी के साथ गलत काम न हो जाए! मेरी बीवी को मेरी सेक्स की जरूरत का पता था इसलिए वो डरती थी कि मैं कहीं बाहर फ़ुद्दी ना मार लूँ ! उसने अपने मन की बात माँ को बताई तो माँ ने कहा- मेरा दामाद ऐसा नहीं है! एक रात को हम टीवी पर कॉमेडी सर्कस देख रहे थे, उसमें सेक्सी जोक्स पर सास कुछ ज्यादा ही हंस रही थी! 
Sexy Saas Ko Jam ke Choda
Sexy Saas Ko Jam ke Choda 



 मुझे यह देख कर बहुत अच्छा लगा। मेरी पत्नी को जल्दी सोने की आदत पड़ गई थी तो वो बीच में ही उठ कर सोने चली गई। अब मैं और मेरी सास अकेले रज़ाई में बैठे थे! मेरी बीवी के जाने के बाद सास थोड़ा सा मेरे पास आ गई, मेरे पैर उनके पैरों को टच करने लगे, मुझे बहुत अच्छा लगा! उन्होंने भी धीरे धीरे पैरों को टच करना शुरू कर दिया! मैंने कोई इंग्लिश मूवी वाला चैनल लगा दिया, उसमें कोई वयस्क फिल्म चल रही थी। मेरा मन सेक्स की तरफ घूम गया, मेरे साथ मेरी सास बैठी थी, यह मैं भूल गया था। इस बीच सास ने लाइट बंद कर दी थी, वो मेरे और पास आ गई थी, मैं भी उनके साथ चिपक गया! कुछ देर तक मैंने कुछ नहीं किया। थोड़ी देर बाद सास ने फिल्म देखते हुये अपनी एक टांग मेरी टांग के उपर रख दी, मैंने अपना हाथ उनके पट (जाँघ) के ऊपर रख दिया, फिर मैंने धीरे धीरे हाथ फेरना शुरू कर दिया! उन्होंने मेरा हाथ रोक लिया! मैंने थोड़ी देर बाद फिर हाथ चलाना शुरू कर दिया! अब मैंने उनकी सलवार का नाड़ा खोल दिया और धीरे धीरे डरते हुए हाथ नीचे रख दिया और 

आगे की सोचने लगा कि सास है तो क्या हुआ, है तो एक औरत ही, जो मुझे चुदाई का पूरा मज़ा दे सकती है। थोड़ी देर तक सास की तरफ से कोई विरोध ना होते देख मेरी हिम्मत और बढ़ गई और मैं और नीचे हाथ ले गया और मेरा हाथ उनकी चूत से निकले पानी से गीला हो गया! मैं समझ गया कि सास भी गर्म हो चुकी है! मैंने उनके साथ फ़ुद्दी चुदाई करने का मन बना लिया, मैंने दूसरा हाथ उनकी ब्रा में डाल दिया और उनके मोटे मोटे मम्मे दबाने लगा। मेरी सास ने आँखें बंद कर ली और मज़ा लेने लगी। अब मैंने धीरे धीरे उनके सारे कपड़े उतार दिये। उफ़्फ़… क्या बला की खूबसूरत लग रही थी वो नंगे बदन ! मैं भी पूरा नंगा हो गया और उनके उपर चढ़ गया। मैंने उनके होंठ चूसने शुरू कर दिये और अपना लण्ड उनकी फ़ुद्दी के ऊपर घिसने लगा, मेरी सास भी मेरा साथ देने लगी, उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया, जगह जगह किस करने लगी। अब मैं उनके मम्मे चूसने लगा, उनके मुंह से सीत्कारें निकल रही थी। उसके बाद मैं उनके पेट से होता हुआ उनकी फ़ुद्दी के पास आ गया और उनके जिस्म को चाटने लगा। 

 मेरी सास मेरा सर अपनी फ़ुद्दी के ऊपर ले गई और दबाने लगी। मैं समझ गया कि क्या करना है, मैंने उनकी फ़ुद्दी के ऊपर दाने को चाटना शुरू कर दिया। अब तो मेरी सास की हालत बहुत खराब हो गई, वो ज़ोर ज़ोर से आह आह आह ऊह ऊई करने लगी। मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी, एक दो उंगली भी उनकी फ़ुद्दी के अन्दर बाहर करने लगा, उनको बहुत मज़ा आ रहा था ! अब उन्होंने मुझे अपने नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गई और मुझे मज़ा देने लगी, मेरे सारे जिस्म को चूसते चाटते हुये मेरे लन को मुंह में लेकर चूसने लग गई, वो लन चूसने में इतनी माहिर हैं कि उनका एक भी दाँत मेरे लन को नहीं चुभा ! उन्होंने मेरा लन चूस चूस के मुझे पागल कर दिया, अब मेरा वीर्य छूटने वाला था, मैंने उनको हटाया पर वो ज़ोर ज़ोर से चूस रही थी, मेरा अब थोड़ा सा छुट गया और उनके मुंह में वीर्य चला गया! उन्होंने झट से थूक दिया और कहा- उबकाई आ रही थी। बहुत ज्यादा लिसलिसा है! अब मैंने कहा- अब असली काम करते हैं. तो वो बोली- आप ऊपर आ जाओ, मैं नीचे से चुदूँगी ! अब मैं उनके ऊपर चढ़ गया और फिर उनको गर्म करने लगा तो वो फिर से आग की तरह गर्म हो गई और मैंने अपना 6 इंच का लन उनके छोले के उपर रगड़ना शुरू कर दिया और तब तक रगड़ता रहा जब तो उन्होने खुद नहीं कहा के जल्दी से मेरी फ़ुद्दी के अन्दर डाल दो ! मैं उनको 25 मिनट तक चोदता रहा ! 

और वो भी मज़े से चुद रही थी ! उनका दो बार निकल चुका था। जब हम चुदाई कर के अलग हुये तो मैंने कहा- यह गलत काम हो गया… तो वो बोली- मेरी बेटी को लगता था कि आप बाहर किसी की फ़ुद्दी मार कर आओगे, इसलिए मेरा भी मन डोल गया और मैंने भी बहुत दिनों से आपके ससुर के साथ सेक्स नहीं किया था तो मेरा भी मन फ़ुद्दी चुदवाने को हो गया था, मैं भी कामुक औरत हूँ और हम 2-3 दिन छोड़ के चुदाई करते हैं ! जब तक मैं यहाँ हूँ आप मेरे साथ मज़ा कर सकते हो, लेकिन मेरी बेटी को पता ना चले ! उसके बाद मैं आपको कभी नहीं दूँगी। मैं मान गया और हमने खूब मज़े किए जब तक मेरी बेटी नहीं हो गई, उसके बाद मेरी सास अपने घर चली गई! मेरी वाइफ़ बोली- इतने दिन तक कैसे रहे फ़ुद्दी के बगैर? तो मैं हंस कर बोला- अपना हाथ जगन्नाथ ! उसके बाद भी मैंने ससुराल मैं जाकर सास को कई बार ट्राई किया क्योंकि मेरी सास है ही इतनी सेक्सी कि बार बार उनको चोदने का मन करता है। लेकिन उन्होंने कहा- जो हुआ, मजबूरी में हुआ, उसे बुरा सपना समझ के भूल जाओ, इसी में हम दोनों की भलाई है ! और मैंने फिर कभी उनके साथ गलत बात नहीं की! और हम सब अब पहले की तरह रहते हैं!

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Chacha ne ki Zabardast Chudai

7:45 AM Story Teller 0 Comments

Fees k Badle main Chacha ne ki Zabardast Chudai



दोस्तो, मेरा नाम निशा है, मैं 19 साल की हूँ, गुजरात की रहने वाली हूँ। आज मैं आपको मेरी पहली चुदाई की कहानी बताने जा रही हूँ।

मेरे एक चाचा हैं उनका नाम वीर है, वो हमारे दूर के रिश्तेदार हैं, उनकी उम्र करीब 38 के आसपास है और वो अकेले ही रहते हैं। वो अकसर हमारे घर पर आते-जाते रहते हैं।
मेरे पापा की तो कई साल पहले मृत्यु हो चुकी थी.. घर का सारा बोझ सिर्फ माँ पर ही था। चाचा भी हमें कभी-कभी मदद करते थे। मुझे पढ़ने का बहुत ही मन था और मैं क्लास में हमेशा फर्स्ट ही आती थी।



यह बात उस समय की है जब मेरा 12 वीं का रिजल्ट आया था। मैं बढ़िया नम्बरों से पास हुई थी.. मुझे आगे कालेज में पढ़ने जाना था.. लेकिन हमारे पास फीस देने के पैसे नहीं थे। मैं बहुत उदास थी.. मुझे आगे पढ़ना था। कहीं से भी पैसों का इन्तज़ाम नहीं हो पा रहा था।

मैं ऐसे ही घर में उदास बैठी थी.. तभी मेरे चाचा आए और पूछा- तुम्हारी माँ कहाँ हैं?

मैंने कहा- बाहर गई हैं।

मेरा उदास चेहरा देखकर उन्होंने पूछा- क्या बात है.. उदास क्यों हो?

तो मैंने उन्हें सब बताया.. तो उन्होंने कहा तो इसमें परेशानी वाली कौन सी बात है? मैं हूँ ना.. मैं तुम्हारी फीस दूँगा।

मुझे यकीन नहीं हो रहा था.. मेरा सपना पूरा होने जा रहा था.. मैं खुशी से पागल हो गई थी।

मैं झट से उनके गले लग गई.. वो बोले- लेकिन तुम्हें भी मेरे लिए कुछ करना होगा।

मैंने कहा- मैं कुछ भी करने के लिए तैयार हूँ।

तो उन्होंने कहा- तुम्हें मुझसे चुदना होगा।

मैं झट से उनसे अलग हो गई.. मुझे अपने कानों पर विश्वास नहीं हो रहा था।

मैंने कहा- आपको शरम नहीं आती.. ऐसी बात कहते हुए? मैंने तो आपको क्या म���ना और समझा था?

वो बोले- देखो ज्यादा नाटक करने की जरूरत नहीं है.. मैं कोई दानवीर नहीं हूँ.. अगर तुम्हें पैसे चाहिए तो मुझसे चुदना तो पड़ेगा ही।

मुझे बड़ा गुस्सा आ रहा था.. मैंने कहा- निकल जाइए यहाँ से..

तो वो चले गए और मैं फिर उदास हो गई। मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा था कि ये चाचा ऐसा इन्सान निकलेगा। मुझे यह बात माँ को बताने तक की हिम्मत नहीं हुई.. मैंने सोचा कहीं से भी फीस का इन्तज़ाम हो जाएगा।

अब यूँ ही दिन बीतने लगे.. लेकिन कहीं से भी पैसों का इन्तज़ाम नहीं हो रहा था। मुझे अब बार-बार चाचाजी की बात याद आ रही थी।
मैंने सोचा एक बार ही तो चुदना है ना.. कभी ना कभी तो चुदवाना ही है.. तो क्यों ना चाचाजी के साथ ही कर लें।

लेकिन मेरा दिल अभी भी ‘ना’ कह रहा था, फीस भरने का दिन करीब आ रहा था अब सिर्फ दो दिन ही बचे थे। आखिरकार मैंने अपने मन को मनाया और चाचा से चुदने के लिए खुद को तैयार किया।

मैं सुबह ही घर से निकल गई, माँ को बोला कि सहेली के घर पर जा रही हूँ और सीधा चाचा के घर चली गई।

मैंने दरवाजा खटखटाया तो चाचा ने ही दरवाजा खोला, वे मुझे देखकर चौंक गए.. बोले- तुम?

मैंने कहा- मुझे आपसे बात करनी है।

वो बोले- ठीक है.. अन्दर आओ…

मैं उनके पीछे-पीछे चल दी।

वो बोले- क्या बात है?

मैंने कहा- मैं चुदने के लिए तैयार हूँ.. अगर आप मेरी फीस देंगे तो..

वो हँसने लगे और बोले- मुझे पता ही था.. आज नहीं तो कल.. तुम्हें मेरे पास आना ही पड़ेगा।

मैं चुप थी।

वो बोले- पैसे तो मैं दे दूँगा.. लेकिन मैं जो भी कहूँ.. तुम्हें वो करना पड़ेगा।

मैंने कहा- ठीक है..

मेरे पास और कोई चारा भी नहीं था।

वो बोले- अपने कपड़े निकाल दो।

मैंने अपनी टी-शर्ट निकाल दी और फिर जीन्स भी निकाल दी। अब मैं उनके सामने सिर्फ ब्रा-पैन्टी में थी.. मुझे बहुत शर्म आ रही थी।

वो मेरे पास आए और धीरे से मेरी ब्रा में हाथ डाला और मेरे स्तनों को सहलाने लगे। शर्म के मारे मैंने अपनी आँखें बन्द कर लीं। उन्होंने पीछे से हाथ डाल कर मेरी ब्रा के हुक खोल दिए और ब्रा को भी मेरे मम्मों से निकाल दिया।

मेरे बड़े-बड़े स्तन उसके सामने नंगे हो गए। वो पागल हो गए और मेरी मम्मों को मुँह में लेकर चूसने लगे। फिर उन्होंने अपना एक हाथ मेरी पैन्टी में डाल दिया और मेरी कुँवारी चूत को सहलाने लगे।

जैसे ही उसकी उँगली मेरी चूत के छेद पर लगती.. मेरे अन्दर जैसे बिजली सी दौड़ जाती।

फिर उसने मेरी पैन्टी भी निकाल दी। अब मैं उनके सामने पूरी नंगी हो गई थी, मुझे बहुत शर्म आ रही थी।

फिर वो अपने कपड़े निकालने लगे। जैसे ही उन्होंने अपनी चड्डी निकाली तो उसका लंड देख कर मैं डर गई.. वो करीब 8 इंच लम्बा और बहुत मोटा था। मेरी समझ में ही नहीं आ रहा था कि यह मेरी चूत में कैसे जाएगा।

फिर वो मुझे गोद में उठाकर कमरे में ले गए और मुझे बिस्तर पर पटक दिया और अपना लौड़ा हिलाते हुए बोले- चल अब इसे चूस।

मैंने पहले कभी लौड़ा नहीं चूसा था.. इसलिए मैं डर रही थी लेकिन मुझे करना तो पड़ेगा ही.. इसलिए मैंने उनका लौड़ा अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी। मैं उनके लौड़े को अपने मुँह में अन्दर-बाहर कर रही थी और वो मेरा सर पकड़े हुए ‘आह… आह…’ कर रहे थे।

मुझे भी अब उसमें मजा आने लगा था और मैं मजे से उनका लंड चूस रही थी। उनके लंड का स्वाद मुझे बड़ा ही मस्त लग रहा था।

वो बोल रहे थे- चल मेरी रानी जोर-जोर से चूस इसे आह्… चूस मेरा लौड़ा…

मैं भी अब बेशर्म हो गई थी और रंडी की तरह उनका लौड़ा चूस रही थी।

वो बोले- चल.. अब तेरी चूत फाड़नी है.. घोड़ी बन जा..

मैं अपने चारों पैरों पर खड़ी हो गई.. किसी कुतिया की तरह बन गई और मेरी चूत अब उनके सामने आ गई थी। उन्होंने बहुत सारा थूक लिया और मेरी चूत के छेद पर लगा दिया और थोड़ा सा अपने लौड़े पर भी लगाया। फिर उन्होंने अपना सुपारा मेरी चूत के छेद पर रखा और एक जोर से धक्का मारा।

‘आईईईईईईईईइ…’ मैं जोर से चिल्लाई.. उनका लौड़ा मेरी चूत को फाड़ता हुआ मेरी चूत में आधे तक घुस गया। मेरी आँख में से पानी निकलने लगा और चूत में से खून… मुझे लगा मैं जैसे बेहोश हो चुकी हूँ.. मुझसे दर्द सहन नहीं हो पा रहा था।

वो रुक गए थे.. और मेरे कूल्हों को धीरे-धीरे सहला रहे थे। फिर वो जरा रुके और एक और धक्का मारा।

‘उईईईई…’ मैं फिर चिल्ला उठी…

मैंने मुड़कर देखा तो उनका पूरा लौड़ा मेरी चूत में घुस गया था। दर्द के मारे मेरी हालत खराब हो चुकी थी। इस बार वो नहीं रुके और धक्के पे धक्का मारने लगे, उनके हर धक्के पर मैं कराह उठती थी।

कुछ धक्कों तक मुझे बेहद दर्द हुआ पर अब धीरे-धीरे दर्द मिट गया और मजा आने लगा। अब तो उनका हर धक्का मुझे स्वर्ग में पहुँचा देता था और उनके हर धक्के के साथ मेरे मुँह से ‘आह…’ निकल जाती थी।

मुझे खुद पता नहीं था.. कि मैं क्या बोल रही थी- आह्ह्… आह्ह्… चोदो मुझे आह्… फाड़ दो इस चूत को.. और जोर से आह्… आज मेरी प्यास मिटा दो मेरे राजा.. आह…

मैं भी अब अपनी गाण्ड हिला-हिला कर उसका साथ दे रही थी, पूरे कमरे में चुदाई की ‘फचा..फच..’ की आवाजें आ रही थीं।

फिर उन्होंने अपना लौड़ा निकाला और नीचे लेट गए और मुझे अपने ऊपर बिठा दिया… मैंने उनका लौड़ा पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया और नीचे से उसने धीरे से धक्का मार दिया और धक्का मारते ही वो चूत में चला गया।

अब मैं अपनी गाण्ड उसके लौड़े पर पटक-पटक कर चुद रही थी… वो भी नीचे से मेरा साथ दे रहे थे। मैं तो जैसे स्वर्ग में ही पहुँच गई थी। वो दोनों हाथों से मेरी चूचियों को दबा रहे थे…

फिर वो उठे और उन्होंने अपना लौड़ा चूत में से निकाल कर मेरे मुँह में डाल दिया। अब वो मेरे सिर को पकड़ कर मेरे मुँह को चोदने लगे। कुछ ही पलों में जोर-जोर से धक्के मारते हुए मेरे मुँह में ही झड़ गए, मैं उसका सारा रस पी गई और उसके लौड़े को चाट कर साफ करने लगी।

मेरी चूत पर बहुत सारा खून लगा हुआ था.. तो मैं इसे साफ करने के लिए बाथरूम में जाने लगी।

जैसे ही मैं वहाँ पहुँची तो वो लपक कर मेरे पीछे आ गए और पीछे से मुझे दबोच लिया, उन्होंने मेरा मुँह दीवार से सटा दिया फिर मेरा एक पैर उठा कर वाशबेसिन पर रख दिया.. इससे मेरी चूत पीछे से खुल गई।

उन्होंने अपना लौड़ा पीछे से ही मेरी चूत में फिर से डाल दिया और दम से मुझे चोदने लगे।

करीब आधे घंटे तक वो मुझे वैसे ही चोदते रहे और मेरी चूत में ही झड़ गए।

चुदाई होने के बाद मैंने खुद को साफ़ किया और लंगड़ाते हुए मैंने अपने कपड़े पहने। जाते वक्त उन्होंने मुझे पैसे दिए जिससे मैंने अपनी फीस भर दी।

अब जब भी मुझे पैसों की जरूरत होती है तो मैं उनसे चुदवा लेती हूँ। अब तो मुझे उनकी आदत सी हो गई है।

आप को मेरी कहानी जैसी भी लगी हो अपने विचार मुझ तक जरूर पहुँचाएँ।



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URDU SEX STORY 2022: Bhabhi ki Sister K Sath Chudai

7:42 AM Story Teller 0 Comments


 Hello friends aap nay meri stories unsetisfy bhabhi stories padi aab may aap logo ko uskay bad kya huva uska hall sunaounga. any surat female want sex plz mail me :- jab may nay bhabhi ki ass fucking kar raha tha tabhi uski choti sister school say waha aa gai or usnay hamko dekh liya or wo bedroom ke bahar chali gai. or phir thodi der bad may or bhabhi bedroom ke bahar aaye to wo sofa per bethi hui thi usnay hamko dekh kar kaha ki tum kya kar rahay the to bhabhi nay kaha ki tumharay jiju jo nahi karte wo may nay iske pass karvaya. 

URDU SEX STORY 2022: Bhabhi ki Sister K Sath Chudai 


to usnay kaha ki may jiju ko bol dungi per bhabhi ghabray bager kehnay lagi ki koi bat nahi, may bhi tumhari sari bate janti hu to wo boli ki kesi bate to kehnay lagi ki tum bath room may roj kya karti ho apni pussy ko rab karke usmay ungli roj karti ho ke nahi yeh sunkar wo ghabra gai, to phir bhabhi nay confidance may aa gai or kehnay lagi ki tum chaho to tumbhi maje lay sakti ho muje koi problem nahi hay yeh sunkar may khus ho gaya ki chalo ek sath do chut chodnay ko milegi or ek to vergin hay. Phir bhabhi uskay pass jakar beth gai or uskay school uniform ka skirt bahut choda tha utha kar diya to may dekh kar heran ho gaya ki uski penty ek dam bhigi hui thi. to bhabhi nay kaha ki abhi tum kya kar rahi thi hamko dekh dekh kar apni pussy rab kar rahi thi na. or kaha ki chalo aaj tum bhi pura maja lay lo. or uski pussy ko rab karnay lagi yeh dekh kar mera lund phir khada hogaya or may sofa ke piche khade hokar uskay bade bade tight boob ko dabanay laga. ab wo bhi masti may aanay lagi ek taraf bhabhi uski pussy ko suck kar rahi thi or dusri taraf may boobs ko daba raha tha uskay boob bahut hi tinght or mote thay. 

URDU SEX STORY 2022: Bhabhi ki Sister K Sath Chudai
URDU SEX STORY 2022: Bhabhi ki Sister K Sath Chudai 



phir wo boli ke plz mere boobs ko suck karo phir may sofa per aakar beth gaya or suka shirt udar diya or uskay boob so suck karnay laga uskay boob ko suck kar kar ek dam red ho gaya or uski pussy nay bhi pani chod diya tha ab wo ekdam hot ho chuki thi. may uskay sare badan ko suck kar raha tha. phir may nay apna pent utara or mera mota or lamba lund uskay mouth may dene ki kosis karnay laga to wo mana karnay lagi per manay kaha ki jab tak tum isko suck nahi karogi yeh tumhari pussy may janay say inkar kareka so pleas isko suck karo. phir wo mere lund ko suck karnay lagi or muje bahut maja aanay laga. ab may uski pussy ko suck kanay laga phir ek bar uski pussy nay pani chod diya. Phir bhabhi nay kaha ki sameer jaldi karo varna koi aa jayega ab yeh ekdam taiyar hay apna cock iski pussy may dalo. ab bhabhi bhi puri tarah nude thi or wo bhi apni pussy may fingring kar rahi thi or apni sister ko bol rahi thi ki chato meri pussy ko tumharay jiju to isko chatey hi nahi hay yeh muje bahut paresan karti hay. to may nay bhabhi ko kaha ki tumhay jab bhi apni pussy or sare badan ko chatvana ho to muje yaad karlay na may aapkay sare badan ko massage or chatunga. to woli ha zaror may ab tumsay hi apnay badan ki malish or suck karvaungi. tum yeh kam may bahut expert ho. or kaha ki chalo ab iski pussy ki payas buja do. yeh bhi bath room may ja ja kar apni pussy ko rab karti or fingring karti hay to wo boli ke didi may to jiju or aapko rat ko sex karte dekh kar hi yeh sab sikhu hu or meri pussy may fingring dalti hu. ab mujsay iski khuzli bardast nahi ho ti didi aap kuch karona. to bhabhi nay kaha ki sameer jaldi karo. phir may nay usko sofa per hi leta diya or uskay ass ke nichi bhabhi nay ek pilo rakha kyuki wo abhi virgin thi. or muje kaha ki sameer chalo or wo uskay mouth ke pass jakar apni pussy uskay mouth per rakh di or kehnay lagi ki tum isko suck karo. may apna lund uski pussy ke samnay rakha or andar karnay la per uski pussy bahut hi tight thi wo andar nahi ja raha tha yeh dekh kar bhabhi nay kaha. Ki thoda zor lagao manay zor lagaya per wo andar nahi gaya to bhabhi nay kaha ki tumhara bahut mota hay manay aaj tak itna mota lund xxx movie may bhi nahi dekha hay. or wo waha say khadi hui or bedroom may say creem lekar aai or thoda mera lund per lagaya or thoda apni sister ki pussy per or rab kiya or phir kaha ki ab apnay cock dalo. may phir say try kiya or mera thoda cock uski pussy may gaya to wo ronay lagi ki muje dard ho raha hay to bhabhi nay kaha ki kuch nahi hoga or uskay leep per apnay leep rakh diye or muje ishara kiya ke ab dalo to manay ek zordar dhakka diya or sara lund uski virgin pussy may dal diya wo chikh padi per bhabhi ke leeps honay say uski aawaz nahi nikli per uskay aashu nikal gaye wo ronay lagi. to bhibhi nay kaha ki kuch der tum yuhi raho iski chut choti or thight hay isli.phir may karib 5min yuhi raha or phir move honay laga ab usko bhi maja aanay laga or wo bhi responce dene lagi or kehnay lagi ki zor say or zor say kai dino say may may kisi ke pass fuck karvanay ki soch rahi thi per koi muje mila hi nahi ek bar manay apnay leeftman ke samnay bhi apnay boobs batay the ki yeh dekh kar wo muje fuck kare per uski wife waha aa gai. mere bf ko bhi kaha tha per uska lund to bahut chota tha tumhara realy may bahut sexy or mota lund hay abmay iske pass hi chuvaungi. phir may 15min storck laganay ke bad pani chodnay wala tha to bhabhi nay kaha ki sameer bahar pani nikalna to may nay foran apna lund bahar nikala or uskay mouth may apna pani chod diya or uskay kaha ki tumhari pehli chudai ka juice tum pee jao to wo sara mera pani pee gai or kaha ki bahut testy hay.

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